कन्हैया कुमार को स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में मिली जगह
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 20 अगस्त को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) का पुनर्गठन किया. इसमें बिहार के तीन नेताओ मीरा कुमार ,कन्हैया कुमार और तारिक अनवर को रखा गया है। उनके साथ पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं. सीडब्ल्यूसी में पार्टी शासित किसी राज्य के मुख्यमंत्री को शामिल नहीं किया गया है.
अध्यक्ष पद के चुनाव में खरगे को चुनौती देने वाले लोकसभा सदस्य शशि थरूर और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को भी इस कार्य समिति में शामिल किया गया है.
कांग्रेस वर्किंग कमेटी में 39 सदस्य
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार कांग्रेस वर्किंग कमेटी में 39 सदस्य, 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं. इसके अलावा समिति में युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस और सेवा दल के प्रमुख को भी जगह दी गई है.
कौन बनता है वर्किंग कमेटी का मेंबर?
कांग्रेस ने इस साल फरवरी में रायपुर के महाधिवेशन में अपने संविधान में संशोधन किया था. कांग्रेस के संविधान के प्रावधान के मुताबिक पार्टी अध्यक्ष, पूर्व अध्यक्ष और पार्टी से संबंधित मौजूदा या पूर्व प्रधानमंत्री कार्यसमिति के सदस्य होते हैं.
नहीं मिली किसी मुख्यमंत्री को जगह
समिति में इस बार कांग्रेस शासित किसी राज्य के मुख्यमंत्री को शामिल नहीं किया गया है. अब तक कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कार्य समिति में स्थान दिया जाता रहा है. मौजूदा समय में कांग्रेस की कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में सरकारें हैं.
समिति में 15 महिलाएं शामिल
कांग्रेस वर्किंग कमेटी में कुल 15 महिलाओं को स्थान मिला है. इनमें सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, कुमारी सैलजा, अंबिका सोनी, मीरा कुमार और दीपा दासमुंशी शामिल हैं. वहीं, प्रतिभा सिंह, मीनाक्षी नटराजन, फूलो देवी नेताम और रजनी पाटिल स्थायी आमंत्रित सदस्य होंगी, जबकि यशोमती ठाकुर, सुप्रिया श्रीनेत, परिनीति शिंदे, अलका लांबा और नेटा डिसूजा को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में जगह दी गई है.
तीन युवा नेताओं को मिली जगह
कांग्रेस ने उदयपुर के अपने चिंतन शिविर और रायपुर के महाधिवेशन में संगठन के सभी स्तरों पर 50 प्रतिशत स्थान 50 साल से कम उम्र के नेताओं को देने के फार्मूले की बात की थी, लेकिन इस वर्किंग कमेटी में जिन 39 सदस्यों को शामिल किया गया, उनमें सिर्फ तीन नेताओं की उम्र ही 50 साल से कम है. इनमें राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, लोकसभा में पार्टी के उपनेता गौरव गोगोई और मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और विधायक कमलेश्वर पटेल हैं.
इस समय पायलट 46 वर्ष के हैं. वहीं, गौरव गोगोई की उम्र 43 साल और कमलेश्वर पटेल की आयु 49 साल है. वर्किंग कमेटी में शामिल प्रमुख चेहरा राहुल गांधी 53 साल के हैं, तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 51 साल की हैं.
वरिष्ठ नेताओं को मिली तरजीह
पार्टी ने अपनी कार्यसमिति में हमेशा की तरह वरिष्ठ नेताओं को तरजीह दी है. इसमें शामिल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उम्र 90 साल है तो वरिष्ठ नेता एके एंटनी 82, अंबिका सोनी 80 और मीरा कुमार 78 साल की हैं. पार्टी अध्यक्ष खरगे खुद 81 साल के हैं, जबकि कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी 76 वर्ष की हैं. जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह, पी चिदंबरम, आनंद शर्मा और कुछ अन्य वरिष्ठ नेता सीडब्ल्यूसी में शामिल किए गए हैं.
पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, वरिष्ठ नेता मीरा कुमार और कुमारी सैलजा कांग्रेस की कार्य समिति में प्रमुख दलित चेहरे हैं. इन मुस्लिम नेताओं को किया गया शामिल
कांग्रेस कार्य समिति के 39 सदस्यों में मुस्लिम समुदाय से तारिक अनवर, सलमान खुर्शीद, गुलाम अहमद मीर और सैयद नासिर हुसैन शामिल हैं.