
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 07 फरवरी 2023 : शेखपुरा। मंगलवार की देर शाम कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला महसार गांव पहुंचा। उनके आगमन के समय लखीसराय- शेखपुरा मुख्य पथ पर वाहनों के परिचालन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई। महंसार गांव पहुंचने और उसके बाद भदौस मोड़ से बाहर निकलने के बाद ही ट्रैफिक सामान्य हो सका। इस बीच शेखपुरा से लखीसराय जाने वाले वाहनों को कॉलेज मोड़ के पास और लखीसराय से शेखपुरा आने वाले वाहनों को सिरारी के पास रोक कर रखा गया। इस दौरान वाहनों की लंबी कतार लग गई जिसमें कई सवारी गाड़ी और एंबुलेंस भी शामिल थी।
पानी के लोग बेहाल दिखे
शेखपुरा। समाधान यात्रा के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन को लेकर बड़ी संख्या में लोग दोपहर से ही महसार गांव पहुंचना शुरू कर दिया था। जिला प्रशासन द्वारा महसार गांव में हर घर नल योजना पहुंचाने के दावा के बाद भी बड़ी संख्या में लोगों को चमकते धूप के बीच पीने के पानी के लिए बेहाल दिखे। पुलिस द्वारा सुरक्षा को लेकर किए गए बंदोबस्त के बीच लोगों को पीने का पानी और आवश्यक कार्यो के लिए भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। ड्यूटी में तैनात पुलिस बलों ने बताया कि सुबह 8 बजे से यहां 6 बजे तक भूखे प्यासे तैनात रहे।पीने के पानी की व्यवस्था नदारत दिखी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस की व्यवस्था की गई थी। गांव में मुख्य कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने वाले मार्ग में बैरिकेडिंग कर लोगों की आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया गया था। ग्रामीण भी अपने घर के आस-पास और छतों से ही मुख्यमंत्री के आगमन की प्रतीक्षा में देखे गए।
दो घंटा विलम्ब से पहुंचे सीएम
शेखपुरा। समाधान यात्रा के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो घंटा 15 मिनट विलंब से निर्धारित कार्यक्रम स्थल माहसार गांव पहुंचे। मुख्यमंत्री की एक झलक पाने के लिए उपस्थित बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे देर शाम अंधेरा छा जाने के बाद अपने अपने घरों को वापस लौट गए मुख्यमंत्री के आगमन तक गांव पूरी तरह अंधेरा में ढका हुआ रहा। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर बनाए गए मुख्य द्वार पर भी अंधेरे में सुरक्षाकर्मी लोगों को आगे बढ़ने से रोकते देखे गए। समाधान यात्रा के तहत मुख्यमंत्री का कार्यक्रम गांव में अपराहन 4 बजे निर्धारित था। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम आगमन को लेकर हेलीपैड बनाया गए थे। हेलीपैड से संध्या होने के कारण हेलीकॉप्टर के उड़ जाने के बाद लोगों के मन में भारी निराशा हुई और सभी बड़ी संख्या में लोग भारी मन से मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखे बिना वापस लौटना शुरू कर दिया। बाद में शेष बचे लोग ने ही मुख्यमंत्री और उनके भारी-भरकम काफिला का अवलोकन किया।

सीएम के यात्रा के दौरान अंधकार का साम्राज्य रहा कायम,मोबाइल की रोशनियों का लिया सहारा
शेखपुरा। समाधान यात्रा के दौरान महसार गांव पहुंचते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांव में बनाये गए। अमृत सरोवर का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने चकाचक किए गए। तालाब में मछली पालन के लिए मछली डाल अपने कार्यक्रम की शुरुआत की। उसके बाद कृषि विभाग द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन करने के बाद जीविका दीदी पुस्तकालय का उद्घाटन किया। अपने संक्षिप्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी केंद्र पहुंची बच्चों के पोषण कार्यक्रम का भी जायजा लिया। हालांकि लंबे समय से चकाचक किए गए पंचायत सरकार भवन में महागठबंधन के स्थानीय नेता मुख्यमंत्री के आगमन की प्रतीक्षा ही करते रह गए। मुख्यमंत्री के इस संक्षिप्त कार्यक्रम के दौरान अंधेरे का साम्राज्य देखा गया ।कई कार्यक्रमों के दौरान अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों ने मोबाइल की रोशनी में मुख्यमंत्री को विभिन्न कार्यक्रमों से रूबरू करवाया।

मीडिया कर्मियों से बात नही किए सीएम
शेखपुरा। निर्धारित समय से दो घंटा से अधिक समय से विलंब से समाधान यात्रा पर पहुंचे सीएम नीतीश कुमार महसार गांव में महज 15 से 20 मिनट का समय विभिन्न कार्यक्रमों को देखने और शुभारंभ करने में दिया। मीडिया कर्मियों के लिए बनाए गए प्रेस दीर्घा में मीडिया कर्मी बैठे रह गए। सुरक्षा कर्मी पत्रकारों को सीएम के सामने फटकने नहीं दिया।कुछ योजनाओं को देखकर सीएम अपनी वाहन पर बैठकर पटना के लिए सड़क मार्ग से निकल पड़े। हालांकि उनके साथ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ,अशोक चौधरी के साथ साथ विधायक विजय सम्राट ,सुदर्शन कुमार ,पूर्व विधायक रणधीर कुमार सोनी ,डीएम और एसपी साथ साथ चल रहे थे।
