16 अक्तूबर को अगली सुनवाई की तिथि, इसी मामला में नाम आने पर 2017 में नीतीश कुमार ने राजद से नाता तोड़कर भाजपा के साथ मिल सरकार बना ली थी।

आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 05 अक्टूबर 2023 : नई दिल्ली। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने आज लालू परिवार को ₹50 हजार के निजी मुचलके पर राहत देते हुए मामले की अगली सुनवाई 16 अक्तूबर तय की। कोर्ट ने सीबीआई को मामले के सभी आरोपियों को आरोपपत्र की प्रति देने का निर्देश दिया। पूर्व रेल मंत्री और राजद अध्यक्ष एवं बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद, पूर्व सीएम राबड़ी देवी, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और राजद सांसद मीसा भारती को बुधवार को बड़ी राहत मिली। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में चारों को जमानत दे दी। कोर्ट ने सभी को ₹50 हजार के निजी मुचलके पर राहत देते हुए मामले की अगली सुनवाई 16 अक्तूबर तय की। तेजस्वी पर ईडी का भी शिकंजा है। कोर्ट ने सीबीआई को मामले के सभी आरोपियों को आरोपपत्र की प्रति देने का निर्देश दिया। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी , बेटे तेजस्वी समेत अन्य सभी 17 आरोपियों को समन जारी किया था। अदालत ने सभी आरोपियों को 4 अक्तूबर को हाजिर होने का निर्देश दिया था। इस मामले में लालू, राबड़ी और उनकी बेटी मीसा भारती जमानत पर हैं। मामले में पहली चार्जशीट में इन्हीं तीनों को आरोपी बनाया गया था। फिर सीबीआई ने एक नई चार्जशीट दाखिल कर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी आरोपी बना दिया। तेजस्वी यादव पर आरोप है कि उनके नाम पर उन संपत्तियों की रजिस्ट्री है, जिसे लालू प्रसाद ने रेल मंत्री रहते नौकरी देने के बदले में लोगों से लिखवाई थी।

नौकरी के बदले जमीन घोटाला क्या है?
2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद तत्कालीन यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ। नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए।

लालू के रेल मंत्री रहते IRCTC होटल घोटाला अलग
लालू के रेल मंत्री रहते 2004 में होने IRCTC घोटाले का भी आरोप है। रेलवे बोर्ड ने उस वक्त रेलवे की कैटरिंग और रेलवे होटलों की सेवा को पूरी तरह IRCTC को सौंप दिया था। इस दौरान रांची और पुरी के बीएनआर होटल के रखरखाव, संचालन और विकास को लेकर जारी टेंडर में अनियमिताएं किए जाने की बातें आई थीं।
ये टेंडर 2006 में एक प्राइवेट होटल सुजाता होटल को मिला था। आरोप है कि सुजाता होटल्स के मालिकों ने इसके बदले लालू यादव परिवार को पटना में तीन एकड़ जमीन दी, जो बेनामी संपत्ति थी। इस मामले में भी लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत कई लोग आरोपी हैं।
