पटना : केंद्र सरकार ने अपने आदेश संख्या 40-3/2020-DM-I(A) दिनांक 30 सितम्बर 2020 के कंडिका संख्या 1(a), 1(b), 1(c),1(d) एवं 1(f) के माध्यम से विद्यालयों को खोलने हेतु एवं उससे सम्बंधित नियमावली का वर्णन करते हुए कंडिका 1(e) के तहत सभी राज्य सरकारों को दिशानिर्देश देते हुए हर राज्य में दिशानिर्देश जारी करने का आग्रह किया है। परंतु दस दिन बीत जाने के पश्चात भी बिहार राज्य में इस अहम मुद्दे पर राज्य सरकार के द्वारा कोई भी दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है जो बेहद दुःखद एवं चिंतनीय है उक्त बातें प्राइवेट स्कूल्ज़ एंड चिल्ड्रेन वेलफ़ेयर एसोसीएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमाएल अहमद ने कही। साथ ही उन्होंने भारत वर्ष के तमाम अभिभावकों एवं विद्यालय संचालकों के चिंताओ को भी विस्तारपूर्वक वर्णन करते हुए कहा की सम्पूर्ण राष्ट्र में मार्च महीने से ही सभी विद्यालय केंद्र सरकार के दिशानिर्देश के तहत कोरोना वैश्विक महामारी के संक्रमण के वजह से बंद करवाए गए थे अब जब केंद्र सरकार ने विद्यालयों को संचालित करने के लिए उचित सम्बंधित दिशानिर्देश दे दिया है तो फिर देर किस बात की है ? क्या बात है की राज्य सरकारें इस विषय पर केंद्र सरकार के दिए गए दिशानिर्देश का पालन करने में देर लगा रही है ? क्यूँकी लगभग सात महीने से बंद विद्यालय को संचालित करने हेतु प्रत्येक अभिभावक को एवं विद्यालय संचालकों को काफ़ी मेहनत करना पड़ेगा , विद्यालय की साफ़ सफ़ाई , सैनेटाइजेशन , वाहनो का पुनः संचालन , शिक्षकों को फिर से जुटाना , केंद्र सरकार द्वारा वर्णित माणकों का पालन करना इत्यादि में समय लग सकता है इसलिए राज्य सरकारों को अविलम्ब इस विषय में उचित दिशानिर्देश जारी करना चाहिए ताकि अभिभावको को भी अपने अपने बच्चों को वापस से विद्यालय परिसर में भेजने हेतु उचित तैयारी करने का मौक़ा मिल सके। इस वक्त बिहार राज्य में बिधानसभा चुनाव की स्तिथि है इसलिए इस बिंदु पर बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अधिकारी संज्ञान लेते हुए सभी 38 ज़िलों के ज़िला शिक्षा पदाधिकारियों को उचित दिशानिर्देश पारित कर सकते है। अन्य राज्य अपने अपने उचित विभाग के द्वारा विद्यालय प्रबंधन , विद्यार्थियों एवं अभिभावको के हित में केंद्र सरकार के पत्रांक संख्या 40-3/2020-DM-I(A) दिनांक 30 सितम्बर 2020 के आदेशानुसार दिशानिर्देश पारित कर असमंजस्य की अतिथि पर पूर्ण विराम दे कर कृतार्थ करें।