करगहर (रोहतास)। स्थानीय जगजीवन राम स्टेडियम में शनिवार को चुनावी सभा में सुबे के मुखिया शह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने शराबबंदी एवं बेरोजगारी पर कुछ नहीं बोला। इसको लेकर विपक्षी नेताओं ने हमला करना शुरू कर दिया है।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह ने नीतीश कुमार के वक्तव्य पर चुटकी लेते हुए कहा अगर उन्होंने बहुत कुछ किया है तो शराबबंदी एवं बेरोजगारी पर क्यों नहीं बोले। कोरोना महामारी में फंसे बिहारी मजदूरों के संबंध में भी उन्होंने कुछ नहीं बोला जबकि कोरोना महमारी में कई बिहारी मजदूर दाने-दाने के बिना मर भी गए। बिहार में एक भी कारखाना नहीं खुलने के कारण बिहार के मजदूरों का पलायन अन्य प्रदेशों में हो रहा है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा की थी जबकि हर घर में शराब पहुंच रहा है प्रशासन की मिलीभगत से बालू, शराब का धंधा बेरोक टोक जारी है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार मुक्त बिहार बनाने का वादा किया था। लेकिन किसी भी कार्यालय में बिना पैसे का कोई भी काम नहीं होता है। जनता एवं ठेकेदार कमीशन खोरी से त्रस्त हैं। फल स्वरूप योजनाओं का बंटाधार हो रहा है। वास्तविक रूप में जमीन पर कोई भी योजना सफल नहीं हो पा रहा है।विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट है।आखिर इन सब सवालों का जवाब सुबह के मुखिया क्यों नहीं दे रहे हैं जनता इसका उत्तर चाहती है।