संत पॉल स्कूल का कोर्सेज ऑफ स्टडीज देश के राष्ट्रीय स्तर के बड़े विद्यालयों से है बेहतर : डॉ एस पी वर्मा।


आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 02 सितम्बर 2023 : सासाराम। यहाँ की शैक्षणिक संस्थान संत पॉल स्कूल में रविवार को विद्यालय के ऑडिटोरियम में धनुर्विद्या तीरंदाजी पर अभिभावकों एवं विद्यार्थियों का एक सेमिनार का आयोजन कराय गया। जिसमें वर्ग पांचवीं से आठवीं तक के विद्यार्थियों, उनके माता-पिता और अभिभावकों के बीच ऑर्चरी पर खुलकर चर्चा किया गया। सेमिनार से पूर्व विद्यालय के चेयरमैन डॉ एस पी वर्मा ने अभिभावकों एवं विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा प्रयास है कि तीरंदाजी में यहाँ के विद्यार्थी नेशनल और इंटरनेशनल लेबल तक होनेवाली तीरंदाजी प्रतिस्पर्धा में भाग लें और पदक जीत कर अपने देश का नाम रौशन करें। हमारा यह भी प्रयास है कि तीरंदाजी में यहाँ के विद्यार्थियों को अधिक से अधिक सुविधा उपलब्ध हो।

तीरंदाजी के नेशनल चैम्पियन रह चुके कोच चंदन पाण्डेय ने बताया कि संत पॉल स्कूल के विद्यार्थी आर्चरी गेम के तहत ओलंपिक में जायें। हमलोगों का यही लक्ष्य है। इंटरनेशनल स्तर पर यदि आप पदक प्राप्त कर लेते हैं तो वह सीधे आईएस और आइपीएस रैंक की नौकरी के लिए दावेदार हो जाते हैं। दिसम्बर 2023 तक हम इस विद्यालय के नौ विद्यार्थियों को नेशनल लेबल पर भागीदारी के लिए ले जायेंगे। एक ओलंपिक खिलाड़ी को ओलंपिक में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ पदक प्राप्त करने के लिए कम से कम आठ – दस घंटे की अभ्यास करना पड़ता है। अभी विद्यार्थियों को भारतीय तीर से अभ्यास कराया जायेगा। एक विद्यार्थी को धनुर्विद्या सीखने के लिए धनुष – बाण का कुल सेट लेने में करीब पंद्रह हजार रूपये की खर्च एक वर्ष के अभ्यास पर आयेगा। निखिल पुष्पेश और प्रिंस पाण्डेय तीरंदाजी के राष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके हैं। जो यहाँ के विद्यार्थियों को खासकर कोच बनकर आर्चरी का अभ्यास करायेंगे।


इस सेमिनार की खास बात यह रही कि विद्यार्थियों के माता-पिता एवं उनके अभिभावकों ने भी खुलकर अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास और खेल – कूद के साथ तीरंदाजी पर खूब सवाल किया। जिसका बारी – बारी से जवाब विद्यालय के प्रबंधक रोहित वर्मा एवं ऑर्चरी कोच चंदन पांडेय ने दिया। इस सेमिनार में ढाई सौ से अधिक अभिभावकों ने हिस्सा लेकर सेमिनार को सफल बनाने में अपना योगदान दिया एवं विद्यालय के इस नए मुहिम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने का पूर्ण भरोसा दिलाया। धन्यवादज्ञापन विद्यालय के प्रबंधक रोहित वर्मा ने किया।
