कार्यशाला में भागीदारी से शिक्षकों का क्रियात्मक पक्ष मजबूत होता है : डॉ एस पी वर्मा
कार्यशाला के पूर्व संत पॉल स्कूल की छात्राओं में अनन्या, शिविका और सृष्टि ने या देवी सर्व भूतेषू… पर मनमोहक भावनृत्य प्रस्तुत किया


आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 02 सितम्बर 2023 : सासाराम। दक्षिण बिहार का सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान संत पाॅल स्कूल के उमा ऑडिटोरियम में सीबीएसई द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला शनिवार को सम्पन्न हुआ। इन दो दिवसीय कार्यशालाओं में रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद और गया के सीबीएसई से संबद्धता प्राप्त विभिन्न विद्यालयों के 60 शिक्षक – शिक्षिकाओं ने भाग लिया।



बताते चलें कि शुक्रवार को संत पॉल स्कूल के चेयरमैन डॉ एस पी वर्मा ने एक्सपेरिमेंटल लर्निंग ( अनुभव आधारित अध्ययन ) का विधिवत उद्घाटन करते हुए कहा कि सीबीएसई द्वारा शिक्षण संस्थानों में शिक्षक - शिक्षिकाओं के लिए समय - समय पर शैक्षणिक विकास हेतु इन कार्यशालाओं का आयोजन कराया जाता है। शिक्षा के तीन पक्षों ज्ञानात्मक, भावात्मक और क्रियात्मक में क्रियात्मक पक्ष की दृष्टि से निहित उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु शिक्षण प्रविधि प्रयोग कार्यशालाओं में किया जाता है। जो शिक्षक - शिक्षिकाओं को पठन - पाठन कराने में काफी सहुलियत होती है।
वहीं संत पॉल स्कूल की प्राचार्या एवं कार्यशाला की वेन्यू डायरेक्टर आराधना वर्मा ने बताया कि इस विद्यालय में सीबीएसई द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षक- शिक्षिकाओं को अनुभव आधारित शिक्षण की ओर अग्रसर करना है जो बेहद इंटरएक्टिव, जानकारी पूर्ण और काफी दिलचस्प रहा। जिसके रिसोर्स पर्सन नीरज कुमार एवं विद्या भूषण पांडेय थे।
कार्यशाला में उपस्थित संत पॉल स्कूल के कॉमर्स हेड राजीव कुमार, विनीता श्रीवास्तव, ॠषिकेश सहित सभी शिक्षक - शिक्षिकाओं ने कार्यशाला की सराहना करते हुए इसे काफी रोचक बताया। धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय की प्राचार्या आराधना वर्मा ने किया।
